Best Home Remedy For Puffy Eyes ( आँखों की सूजन (फूली आँखें) का गहरेलू उपचार )
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आँखों की सूजन कई प्रकार की हो सकती है ।
1. आँखों के पास सूजन: यह आँखों के पास, जैसे कि कोने में या आँखों के नीचे, सूजन का कारण हो सकता है। इसमें आंखों के नीचे की पलकों की सूजन या गांठ की तरह महसूस होती है ।
2. पूरी आँखों की सूजन: कई बार पूरी आँखों की सूजन या आँखों के आसपास की सूजन या जाती है , जिससे आंखें पूरी तरह से स्पष्ट नहीं दिखती हैं। Best Home Remedy For Puffy Eyes
3. लाल सूजन: कई बार सूजन के साथ ही आंखों का रंग लाल हो जाता है । यह आँखों की सूजन के लक्षणों में से एक हो सकता है जो किसी रोग या संक्रमण के कारण हो सकता है।
4. चक्रवाती सूजन: कई बार, सूजन का एक चक्रवाती आकार होता है, जिसमें आँख के चारों ओर सूजन दिखाई देती है और यह एक विशेष रोग की वजह से होता है। Best Home Remedy For Puffy Eyes
रोग का मुख्य कारण:
आँखों की थकान: लंबे समय तक कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टीवी देखना, पढ़ाई करना या अन्य कामों में लगे रहने से आँखों में थकान हो सकती है जिससे सूजन हो सकती है। Best Home Remedy For Puffy Eyes
आँखों का अविचलन: लंबे समय तक अधिक समय आँखों को अविश्रांत रखने से या लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल फोन का उपयोग करने से आँखों की सूजन हो सकती है।
आँखों की संक्रिया: आँखों के चारों ओर में सूजन या आंखों के आसपास के रोग के कारण भी सूजन हो सकती है। Best Home Remedy For Puffy Eyes
आंखों की एलर्जी: कई लोगों को धूल, धूप, चेमिकल्स या अन्य विद्युत धारक चीजों के प्रति एलर्जी हो सकती है जो उनकी आँखों में सूजन का कारण बन सकती है।
Best Home Remedy For Puffy Eyes ( आँखों की सूजन (फूली आँखें) का गहरेलू उपचार )
रीठा, जिसे रीठा या सोपारी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राकृतिक उपाय है जो बालों और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। रीठे के छिलकों में कई पोषक तत्व होते हैं जो आपके बालों और त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
रीठे के छिलके को पानी में चंदन की तरह घिस का एक लेप बना लें, इस लेप को रात में सोते समय सलाई से लगाएं । यह एक रामबाण उपाय है इसका असर बहुत जल्द दिखने लगता है ।
जंगली कबूतर की बीट को पानी में घिस कर आँखों में लगाया जाए तो आँखों का फूला कुछ ही दिनों में खत्म हो जाता है ।
नौशादर, जिसे अंग्रेजी में “नौसादार” (Nutmeg) के नाम से भी जाना जाता है, एक मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। नौशादर में पोषक तत्व जैसे कि प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स और विटामिन्स पाए जाते हैं ।
नौशादर को पीसकर कपड़े से छान कर इसका एक लेप बना लें, इस लेप को जाना सलाई से आँखों में लगाएं । इसका उपयोग रोज़ाना करें, ऐसा करने से आँखों का फूला खत्म हो जाता है ।
“घरेलू उपचार” के प्रति सावधानी का बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सावधानियां हैं:
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वैद्यकीय सलाह:यदि दर्द या समस्या बनी रहती है, तो पहले ही वैद्यकीय सलाह लेना उत्तम है।
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सही तकनीक:घरेलू उपचार का सही तकनीकों का पालन करें, और इससे होने वाले सम्भावित उत्तराधिकारी तंतुरुप्ति की खतरा से बचने के लिए सावधानी बरतें।
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असुरक्षित सामग्री से बचें:किसी भी सामग्री का अधिक उपयोग न करें जिससे स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।
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एलर्जी या प्रतिक्रियाएँ:यदि किसी चीज़ से एलर्जी हो, तो उससे दूर रहें।
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नुकसान के लिए संकेत:यदि घरेलू उपचार के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होता है या स्थिति बिगड़ती है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
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व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन:घरेलू उपचार का उपयोग करने से पहले अपनी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन करें और उपचार की उपयुक्तता की जाँच करें।
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सतर्कता और समझदारी:सभी घरेलू उपचारों का सही तरीके से अपनाने से पहले सतर्क रहें और समझदारी से काम करें।
यदि आप किसी अज्ञात या गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना सुरक्षित होता है।