कमर दर्द का सफल और घरेलू उपचार (Gharelu Upchar For Back Pain In Hindi)
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कमर दर्द (Lower back pain) एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिससे लोग सामान्यत: पीठ के नीचे होने वाले दर्द की स्तिथि में अहसास करते हैं। यह एक आम समस्या है जो अनेक लोगों को किसी न किसी समय होती है। कमर दर्द कई कारणों से हो सकता है और यह किसी की आयु, लाइफस्टाइल, और सामाजिक आदि से जुड़ा हो सकता है।
कमर दर्द एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी आयु गुटका को प्रभावित कर सकती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि मांसपेशियों की चोट, स्ट्रेन, पोस्चर की समस्याएं, स्पाइन से जुड़े विकार, मांसपेशियों की इंफेक्शन, और किडनी समस्याएं। सही पोस्चर, नियमित व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली इस समस्या को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, यदि कमर दर्द बना रहता है या बढ़ रहा है, तो चिकित्सकीय सलाह लेना अच्छा है ताकि सही निदान और उपचार किया जा सके।
रोग का मुख्य कारण:
मांसपेशियों की चोट या स्ट्रेन:
यदि आपने किसी प्रकार की चोट लगाई है या आपने अधिक शारीरिक प्रयास किया है, तो मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
बैठने या खड़े रहने का तरीका: (Gharelu Upchar For Back Pain In Hindi)
गलत तरीके से बैठना, खड़े रहना या लेटना भी कमर दर्द का कारण बन सकता है। सही पोस्चर बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
विकार या स्थितिक:
कई बार कमर दर्द का कारण स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) से जुड़े विकार या स्थितिक हो सकते हैं।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं:
कभी-कभी न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी कमर दर्द का कारण बन सकती हैं।
किडनी समस्याएं:
किडनी संबंधित समस्याएं भी कमर दर्द का कारण बन सकती हैं।
कमर दर्द का सफल और घरेलू उपचार (Gharelu Upchar For Back Pain In Hindi)
खसखस, जिसे पोस्ता और केसारी या पॉपी सीड्स भी कहा जाता है, एक छोटा सा बीज है जो पोषण से भरपूर होता है और विभिन्न व्यंजनों में उपयोग होता है। यह अक्सर छोटी सी ग्रैनी स्वरूप में होता है और अगर उसे रस्से से झूला जाए, तो इसका आधा हिस्सा बाहर आ सकता है।
मिश्री, जिसे अंग्रेजी में “rock sugar” या “crystallized sugar” कहा जाता है, एक प्रकार का शर्करा है जो बनाने के लिए गन्ने का रस या उसके गुड़े को घोलने और ठंडा करने की प्रक्रिया से मिलती है। इसका रंग सफेद होता है और इसकी छोटी बूंदों को मिश्री कहा जाता है।
Gharelu Upchar For Back Pain In Hindi:
खसखस और मिश्री दोनों को समान मंत्रा में लेकर कूट पीस लें । 10 ग्राम प्रतिदिन खाने और ऊपर से गरम दूध पीने से कमर का दर्द जाता रहता है । दर्द धीरे धीरे कम होता रहेगा और निश्चित रूप से आराम मिलेगा ।
सरसों का तेल, जिसे मुस्तर्द तेल भी कहा जाता है, सरसों के बीजों से निकाला जाने वाला एक पौष्टिक तेल है। यह तेल खाद्य पकवानों की तैयारी से लेकर औषधीय और सौंदर्य उत्पादों में भी उपयोग होता है। यह तेल भारतीय रसोईयों में विशेषकर उत्तर भारतीय राज्यों में एक महत्वपूर्ण भाग बना हुआ है।
देशी कपूर एक प्रकार का उदाहरण है जो एक प्राकृतिक उत्पाद है और सामान्यत: कपूर के रूप में पहचाना जाता है। यह बनाने के लिए लौंग पेड़ की रेतीली खान को डिस्टिलेशन प्रक्रिया से प्राप्त किया जाता है।
Gharelu Upchar For Back Pain In Hindi:
सरसों का तेल 125 ग्राम और देशी कपूर 30 ग्राम दोनों को मिलाकर शीशी में भर लो और धूप में रख दें । कपूर के पिघल जाने पर दवा तयार है । इसे दर्द के स्थान पर लगाकर मालिश करें ।
“घरेलू उपचार” के प्रति सावधानी का बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सावधानियां हैं:
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वैद्यकीय सलाह:यदि दर्द या समस्या बनी रहती है, तो पहले ही वैद्यकीय सलाह लेना उत्तम है।
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सही तकनीक:घरेलू उपचार का सही तकनीकों का पालन करें, और इससे होने वाले सम्भावित उत्तराधिकारी तंतुरुप्ति की खतरा से बचने के लिए सावधानी बरतें।
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असुरक्षित सामग्री से बचें:किसी भी सामग्री का अधिक उपयोग न करें जिससे स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।
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एलर्जी या प्रतिक्रियाएँ:यदि किसी चीज़ से एलर्जी हो, तो उससे दूर रहें।
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नुकसान के लिए संकेत:यदि घरेलू उपचार के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होता है या स्थिति बिगड़ती है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
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व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन:घरेलू उपचार का उपयोग करने से पहले अपनी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन करें और उपचार की उपयुक्तता की जाँच करें।
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सतर्कता और समझदारी:सभी घरेलू उपचारों का सही तरीके से अपनाने से पहले सतर्क रहें और समझदारी से काम करें।
यदि आप किसी अज्ञात या गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना सुरक्षित होता है।