Gharelu Upchar To Get Rid Of Epilepsy (मिर्गी के रोग का सफल घरेलू उपचार)
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“मिर्गी” एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को अचानक और अनयान्त्रित तौर पर आने वाले दौरों का सामना करना पड़ता है, जिसे “एपिलेप्सी” भी कहा जाता है। इसमें दिमाग की असमान्य विद्युत गतिविधि के कारण अचानक और आकस्मिक इकट्ठा होने वाले विभिन्न लक्षण हो सकते हैं।
मिर्गी के दौरे व्यक्ति के अवसाद, अकेलापन, भय, चिंता, या सुबह की समय की तुलना में हो सकते हैं। दौर के समय व्यक्ति चिंगारी देने जैसी अनैतिक क्रियाएं भी कर सकता है।Gharelu Upchar To Get Rid Of Epilepsy (मिर्गी के रोग का सफल घरेलू उपचार)
रोग का मुख्य कारण:
उत्तरजीविता (Genetics): आपके परिवार में किसी को मिर्गी होने की संभावना है तो आपकी भी इसमें जोखिम बढ़ सकती है।
दिमाग की चोट (Head Injury): अगर किसी को दिमाग की चोट हो जाती है, तो यह मिर्गी का कारण बन सकती है।
न्यूरोलॉजिकल रोग (Neurological Disorders): कुछ न्यूरोलॉजिकल रोग भी मिर्गी का कारण बन सकते हैं, जैसे कि स्ट्रोक, ट्यूमर, या ब्रेन इन्फेक्शन।Gharelu Upchar To Get Rid Of Epilepsy (मिर्गी के रोग का सफल घरेलू उपचार)
जन्म से होने वाली विकृतियां (Congenital Abnormalities): कुछ लोगों को जन्म से ही मिर्गी होती है, जो जन्म के समय होने वाली विकृतियों की एक प्रकार हो सकती हैं।
हॉर्मोनल बदलाव: किसी व्यक्ति के शरीर में हॉर्मोनल बदलाव भी मिर्गी के दौरे को प्रेरित कर सकते हैं।
आवास्तावधि के दौरान (During Pregnancy): गर्भावस्था के दौरान मिर्गी का जोखिम बढ़ सकता है।
उच्च बुढ़ापे (Old Age): बुढ़ापे के साथ, व्यक्ति को मिर्गी का खतरा बढ़ सकता है।Gharelu Upchar To Get Rid Of Epilepsy (मिर्गी के रोग का सफल घरेलू उपचार)
Gharelu Upchar To Get Rid Of Epilepsy (मिर्गी के रोग का सफल घरेलू उपचार)
जाएफल, जो अंग्रेजी में “Nutmeg” कहा जाता है, एक मसाले के रूप में प्रयुक्त होने वाला एक बीज है जो मेलागा जनरा पेड़ का फल है। जाएफल का उपयोग विभिन्न रसोईयों में स्वाद और खुशबू बढ़ाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसके अलावा इसके आयुर्वेदिक औषधीय गुणों के लिए भी पहचाना जाता है।Gharelu Upchar To Get Rid Of Epilepsy (मिर्गी के रोग का सफल घरेलू उपचार)
एक जायफल में सुराख (छिद्र) करके रोगी के गले में बांध दें, साथ ही गधे के खुर की अंगूठी बना कर रोगी के दाहिने हाँथ की कनिष्ठिका (छोटी उंगली ) में पहनाएं ।
भैंस के खुर उसके पैरों के निचले हिस्से में स्थित होते हैं, जो इसे ठोकरों से बचाते हैं और कई तरह के भूमितट चरणों के लिए सहायक होते हैं। भैंस के खुर सजीवता में महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि इन्हें उसके सार्वजनिक और खुदाई गतिविधियों में उपयोग किया जाता है।Gharelu Upchar To Get Rid Of Epilepsy (मिर्गी के रोग का सफल घरेलू उपचार)
भैंस के खुर की राख बनाकर बारीक पीस लें और प्रतिदिन प्रातः काल 3 ग्राम औषधि पानी के साथ निराहार मुख रोगी को खिला दें । यह चिकित्सा सात दिन तक करें । सात ही दिन में वर्षों पुराना रोग समूल नष्ट हो जाएगा ।
“घरेलू उपचार” के प्रति सावधानी का बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सावधानियां हैं:
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वैद्यकीय सलाह:यदि दर्द या समस्या बनी रहती है, तो पहले ही वैद्यकीय सलाह लेना उत्तम है।
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सही तकनीक:घरेलू उपचार का सही तकनीकों का पालन करें, और इससे होने वाले सम्भावित उत्तराधिकारी तंतुरुप्ति की खतरा से बचने के लिए सावधानी बरतें।
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असुरक्षित सामग्री से बचें:किसी भी सामग्री का अधिक उपयोग न करें जिससे स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।
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एलर्जी या प्रतिक्रियाएँ:यदि किसी चीज़ से एलर्जी हो, तो उससे दूर रहें।
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नुकसान के लिए संकेत:यदि घरेलू उपचार के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होता है या स्थिति बिगड़ती है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
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व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन:घरेलू उपचार का उपयोग करने से पहले अपनी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन करें और उपचार की उपयुक्तता की जाँच करें।
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सतर्कता और समझदारी:सभी घरेलू उपचारों का सही तरीके से अपनाने से पहले सतर्क रहें और समझदारी से काम करें।
यदि आप किसी अज्ञात या गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना सुरक्षित होता है।